पिता महान हैं





मेरा पिता बड़े ही महान हैं,
इंसानियत की वो शान हैं.

भगवान् की बनाई मूरत हैं मगर, 
हम बच्चों के वे ही भगवान् हैं.

सिर पर उनका साया रहे सदा, 
यही हमारा छोटा सा अरमान है.

ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया हमें, 
जीवन की राह पर आगे बढ़ाया हमें,

अब उनके सपने पूरे करना है, 
बस यही लक्ष्य महान है.

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