राष्ट्रवादी की एक नयी राजनितिक पार्टी भारत का कल्याण करेगी


 

मैंने अबतक अपने 75 वर्षों के जीवनकाल में देश की लगभग सभी अखिल भारतीय तथा राज्य-स्तरीय राजनितिक पार्टियों का कार्यकाल देखा है. सर्वप्रथम कांग्रेस का एक लम्बा इतिहास देखा तथा उसके कार्यकलाप से घोर निराशा हुई फिर अन्य तमाम जातिवादियों तथा वन्श्वदियों का हश्र देखा तथा पाया कि ये जितनी भी पार्टियाँ हैं देश-हित के लिए नहीं वरन अपने परिवार के हित में काम करती हैं.

उसके बाद 2014 से 2019 तक का भारतीय जनता पार्टी का कार्यकाल देखता आ रहा हूँ लेकिन महाराष्ट्र सरकार काण्ड के बाद मेरा मन इसके गलत कार्यकलापों से भी ऊब गया है क्योंकि यह पार्टी केंद्रीय नेतृत्व की जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभा पा रही है. सर्वप्रथम जब मुंबई में पालघर हत्याकांड हुआ था तभी केंद्र सरकार को वहां राष्ट्रपति शासन लगाकर दुर्घटना की जांच करनी थी लेकिन उसने अपना कर्तव्य ठीक से नहीं निभाया. इसके बाद सुशांत सिंह हत्याकांड तथा दिशा सालियान हत्याकांड आदि को जिस तरह से ‘रिपब्लिक भारत’ चैनल ने बढ़-चढ़ कर देश तक पहुँचाया वो काबिले तारीफ़ है. अभी हाल ही में अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी एक बंद किये हुए केस में की गयी जिसमें जबरन घर में घुसकर घसीटते हुए पुलिस अपने साथ ले गयी, इस घटना को कोई सच्चा देशवासी कभी भुला नहीं सकता.

बड़े दुःख की बात है कि एक सक्षम केंद्र सरकार, राष्ट्रपति, सर्वोच्च-न्यायलय के होते हुए भी अर्नब गोस्वामी को जमानत नहीं मिल पा रही है. देश का कैसा दुर्भाग्य है कि अर्नब गोस्वामी महाराष्ट्र सरकार, महाराष्ट्र पुलिस, जेल-प्रशासन आदि से अपनी जान बचने की गुहार सभी नेताओं तथा न्यायालयों से लगा रहा है. मैं नहीं जनता कि उसका तथा उसके परिवार का दुखदर्द कौन सुनेगा.

मैं अपने उन सभी देशवासियों से जो उसके लिए दिन-रात रो रहे हैं, सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं तथा विदेशों से भी उसके प्रति संवेदना प्रकट कर रहे हैं उनसे अनुरोध करना चाहता हूँ कि वे अर्नब गोस्वामी को इस बात की सलाह दें कि वो अपने सहयोगियों को लेकर एक ऐसी केंद्रीय राजनितिक पार्टी का गठन करे जो सभी राज्यों में आने वाले विधानसभा चुनावों को तथा 2024 में लोकसभा चुनावों में विजयी होकर आये तथा देश के ऐसे बेईमान तथा हत्यारे तथा कानों के बहरे नेताओं को उनकी सही राह दिखा दे. मैं दिल से चाहता हूँ कि पूर्व सैनिक, पूर्व अध्यापक, पूर्व सरकारी अधिकारी तथा युवक और युवतियां तन-मन-धन से इस पार्टी को गठित करने में अपना सहयोग प्रदान करें. अगर आवश्यकता पड़े तो मैं भी परिश्रम करके इस पार्टी के लिए कोई भी कुर्बानी कर सकता हूँ.

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