NIOS: हाई स्कूल परीक्षा में गणित का अनिवार्य न होना
बहुत से विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षा में अंग्रेजी तथा गणित में अधिक अनुत्त्रीन होते हैं. हमारी केंद्र सरकार ने इस समस्या का बड़ा अच्छा निदान निकाला है. वो है ‘राष्ट्रीय ओपन स्कूल’ द्वारा ‘CBSE BOARD’ के पाठ्यक्रमानुसार शिक्षा देना. इसके द्वारा परीक्षा पास करने पर वही लाभ तथा अवसर मिलते हैं जिसमें विद्यार्थी विद्यालयों में CBSE BOARD से परीक्षा देता है. इसमें एक विद्यार्थी जिसकी उम्र 14 वर्ष है वो कहीं रोजगार करते हुए खाली समय में अपने नामांकन कराकर ‘OPEN SCHOOL’ पध्यती से हर साल 2 बार होने वाली परीक्षा में बैठ सकता है. किसी रोजगार या नौकरी के कारण वो किसीपर निर्भर हुए बिना परीक्षा देकर अपना भविष्य सुधार सकता है. HIGH SCHOOL परीक्षा में एक कोई भारतीय भाषा लेकर तथा अन्य 4 विषय लेकर परीक्षा दे सकता है. जहाँ देश के कई राज्य के बोर्डों में HIGH SCHOOL परीक्षा में गणित एक अनिवार्य विषय होता है यहाँ ऐसा नहीं है. राज्य के बोर्डों में छात्र गृह विज्ञान नहीं ले सकते यहाँ केवल छात्राएं ही गणित के स्थान पर गृह विज्ञान ले सकती हैं. इंटरमीडिएट पास करने के लिए एक भारतीय भाषा तथा 4 अन्य विषय लेने होते हैं.
इस विषय में पूरी जानकारी के लिए यहाँ संपर्क करें:- sktripathi1945@rediffmail.com
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